सीकर. गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर 48 दिन के धरने व 30 घंटे के महापड़ाव के बाद शिक्षकों ने गुरुवार को शहर में महाआक्रोश रैली निकालकर गिरफ्तारी दी। कलेक्ट्रेट से रवाना हुई रैली में हजारों शिक्षक ‘हमें पढ़ाने दो‘ के नारे लगाते हुए शामिल हुए। कल्याण सर्किल से तापडिय़ा बगीची होती हुई रैली फिर कलेक्ट्रेट पहुंची। जहंा भी शिक्षकों ने राज्य सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी के साथ अपनी मांग बुलंद की। काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद शिक्षक कलेक्टर या एडीएम को ज्ञापन के लिए मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। मांग नहीं मानने पर कलेक्ट्रेट के अंदर जबरन घुसने की चेतावनी भी दे डाली। इस पर पुलिस ने कलेक्ट्रेट पर मोर्चाबंदी कर ली। काफी देर तक चले तनावपूर्ण माहौल के बीच आखिरकार आक्रोशित शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट की दीवार पर ही कलक्टर के नाम ज्ञापन चस्पा कर दिया। जिसमें लिखा कि 48 दिन के धरने व महापड़ाव के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा शिक्षकों की मांग नहीं मानना अफसोसजनक है।
चेतावनी भी दी कि मांग नहीं मानने पर शिक्षक आंदोलन को और तेज करेंगे।
प्रदर्शन के दौरान राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा, जिलाध्यक्ष विनोद पूनिया, जिला मंत्री नागर मल, एसएफआई प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़, पोखर मल, अनिल भारद्वाज, राम रतन बगडिय़ा, सांवरमल यादव, रामनिवास चाहर सहित काफी संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद रहे।
पुरुषों सहित व महिला शिक्षकों ने भी दी गिरफ्तारी, गाए मंगलगीत
सरकार व प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए शिक्षकों ने इस दौरान गिरफ्तारियां भी दी। काफी संख्या में पुरुष सहित महिला शिक्षकों ने भी इस दौरान विरोधस्वरूप गिरफ्तारी दी। जिन्हें पुलिस अपनी गाड़ी में बिठाकर साथ ले गई। इस दौरान पुलिस वेन में बैठी शिक्षिकाओं ने मंगलगीत भी गाए। कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
नहीं करेंगे गैर शैक्षिक काम, जयपुर करेंगे पैदल कूच
कलेक्ट्रेट पर सभा का आयोजन भी हुआ। जिसमें राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी डरा धमकाकर शिक्षकों से बहुत काम कर चुके हैं। पर अब शिक्षक गैर शैक्षिक काम नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि हमें पढ़ाने दो की थीम पर शिक्षकों का धरना कलेक्ट्रेट पर 22 मई तक जारी रहेगा। इस दौरान रोजाना दोपहर दो से चार बजे तक शिक्षक नियमित धरना देकर गिरफ्तारी देंगे। 23 से 28 तक मई तक बीकानेर स्थित शिक्षा निदेशालय पर महापड़ाव डाला जाएगा। फिर भी मांग नहीं मानी गई तो 29 मई को पैदल कूच कर जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
0 Comments