भरतपुर :- राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग कस्बे में एक लेडी पीटीआई मीरा को अपनी ही स्टूडेंट कल्पना से प्यार हो गया। दोनों के बीच 5 साल तक अफेयर चला।बात घरवालों तक पहुंची। दोनों के घरवाले भी राजी हो गए। अपना प्यार पाने के लिए पीटीआई मीरा जेंडर चेंज कराकर आरव बन गई। तीन दिन पहले 4 नवंबर को आरव (30) और कल्पना (21) की शादी हो गई। ऐसे हुई प्यार की शुरुआत।
2013 में मीरा (अब आरव) की नगला के राजकीय माध्यमिक स्कूल में पीटीआई की नौकरी लगी थी। कल्पना इसी स्कूल में पढ़ती थी। साल 2016 में कल्पना 10वीं क्लास में थी और इसी दौरान उसने कबड्डी में हिस्सा लिया। यहीं से मीरा (आरव) और कल्पना के बीच दोस्ती की शुरुआत हुई।कल्पना मीरा की स्टूडेंट भी थी। कबड्डी टूर्नामेंट में मीरा स्कूल की टीम को कई बार साथ लेकर जाने लगी। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं।
दो साल तक दोनों के बीच ये दोस्ती चलती रही। साल 2018 में मीरा ने कल्पना को शादी के लिए प्रपोज किया तो वह मान गई लेकिन, सबसे बड़ी दुविधा थी कि यदि दोनों लड़कियां शादी करती तो समाज और परिवार विरोध करने लगता। ऐसे में 2019 में मीरा ने अपना जेंडर चेंज करने की सोची।आरव (पहले मीरा) बताते हैं शुरू से ही अपने अंदर लड़कों जैसी फीलिंग आती थी। बताया कि वे चार बहनें हैं और कोई भाई नहीं है।
ऐसे में मन में एक वो टीस भी थी। इसलिए लड़कों की तरह रहने की कोशिश करता और वैसे ही कपड़े पहनता था।मैंने सोच रखा था कि अपना जेंडर चेंज कराना ही है। जब कल्पना ने शादी का प्रपोजल एक्सेप्ट किया तो ठान लिया कि वह अब जेंडर चेंज के लिए पूरा प्रयास करूंगा।इसके बाद दोनों ने अपने घरवालों को बताया और शादी करने की ठानी। करीब 2 साल पहले 2020 में अपना जेंडर चेंज करवा दिया।
पिता बोले: मीरा को चारों बहनें बांधती राखी
मीरा (आरव) के पिता वीरी सिंह ने बताया कि उनके चार लड़कियां थी। पांचवीं मीरा ने उनके घर जन्म लिया। वह कभी लड़कियों के कपड़े भी नहीं पहनती थी। मीरा बचपन में लड़कों के साथ ही खेला करती थी।शुरू से वह लड़कों की तरह रही तो मीरा की चारों बहनें उसे राखी बांधती थी। सभी लोग मीरा से लड़कों की तरह व्यवहार करते थे। पहले मीरा कहती थी मैं शादी नहीं करूंगी। वीरी सिंह ने कहा कि अब मैं बहुत खुश हूं।
अखबार से आया आइडिया, तीन सर्जरी करने के बाद बदला रूप
आरव (जो पहले मीरा थी) बताते हैं कि मुझे पहले से ही अपना शरीर एक्सेप्ट नहीं होता था। जब मैं 12वीं में था 2010 में तब मैंने जेंडर चेंज करने की न्यूज पढ़ी थी। तभी से मेरा माइंड सेट हो गया था कि मुझे अपना जेंडर चेंज करवाना है।
इसके बाद मैंने गूगल सर्च किया और यू-ट्यूब पर भी कई वीडियो देखें, जिसमें इससे संबंधित जानकारी थी। किसी ने बताया कि दिल्ली में एक डॉक्टर है, वह सर्जरी करते हैं।
इसके बाद डॉक्टर से कॉन्टैक्ट किया और 25 दिसंबर 2019 को पहली सर्जरी हुई। इसके बाद 2020 में दूसरी और दिसंबर 2021 में तीसरी फाइनल सर्जरी की गई।
कल्पना राजस्थान टीम की कैप्टन रहीं
आरव ने बताया कि सर्जरी करवाने से पहले घरवालों को हमने बताया कि हम शादी करना चाहते हैं तो वे राजी हो गए। मैंने पहले ही बता दिया था कि मैं जेंडर चेंज करवा रहा हूं। इसलिए किसी को आपत्ति नहीं हुई। कल्पना को लेकर आरव का कहना है कि वो कबड्डी की अच्छी प्लेयर रही है। कल्पना ने लगातार तीन स्टेट मैच खेले हैं। कल्पना राजस्थान टीम की कैप्टन भी रहीं हैं। अभी राजस्थान ग्रामीण ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया था।
मैं आरव को शुरू से चाहती थी,
ऑपरेशन करवाने साथ गई थी
कल्पना इस शादी के बाद से खुश है। आरव का परिवार अभी डीग कस्बे में ही रहता है। कल्पना ने बताया कि मेरे पति जब पीटीआई टीचर थे तो मुझे कई टूर्नामेंट में लेकर जाते थे।
आज जिस जगह पर हूं वह आरव की वजह से हूं। कल्पना ने बताया कि मैं आरव को शुरू से चाहती थी।
ऑपरेशन करवाने जाते समय आरव ने मुझे साथ ले जाने के लिये पूछा तो मैं साथ चली गई। लेकिन एक चीज दिमाग में थी कि दुनिया क्या कहेगी कि गुरु और शिष्य ने शादी कर ली?
आरव काफी हौसला दिया। फैमिली से पूछने पर फैमिली ने भी हां कर दिया
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