जयपुर 15 अगस्त :- जालौर जिले के सायला थाने के अंतर्गत एक 9 वर्षीय छात्र की शिक्षक द्वारा पिटाई करने के कारण इलाज के दौरान उसकी मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आने के बाद राजस्थान राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष सचिव विष्णुदेव सरवटे ने समस्त जिला कलेक्टर राजस्थान और समस्त जिला शिक्षा अधिकारी राजस्थान समस्त पुलिस अधीक्षक राजस्थान को पत्र लिखकर सरकारी और गैर सरकारी विद्यालय में छात्र छात्राओं के साथ मारपीट पर पूर्ण प्रतिबंध लगवाने के व आदेश जारी करने के बाद पालना रिपोर्ट भिजवाने को लेकर पत्र जारी किया गया है पत्र में कहा गया है कि जालौर में शिक्षक द्वारा पिटाई के कारण इलाज के दौरान उसकी मृत्यु का मामला प्रकाश में आया है जो कि बेहद खेद जनक है छात्र-छत्रा किसी भी धर्म जाति वर्ग समुदाय का क्यों ना हो इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मसार करने और दुख देने वाली है अतः सभी अधिक अधिकारियों से सख्ती से आदेश जारी करवा करें सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में छात्र और छात्रों के साथ किसी भी तरीके की मारपीट और जातीय भावना से प्रेरित होकर बच्चों के साथ जातिगत भेदभाव करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने को कहा गया है तथा यह भी कहा गया है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना ।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी घटना की निंदा की है और इस संबंध में पार्टी मंगलवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन राज्य के सभी जिलाधिकारियों को देगी। दलित छात्र इंद्र कुमार (9वर्ष) की शनिवार को मौत हो गई। दलित छात्र को स्कूल के एक अध्यापक ने कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने पर पीट दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
आरोपी अध्यापक छैलसिंह (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा, ‘‘जालौर जिले के एक निजी विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा दलित बच्चे के साथ इतनी मारपीट करना कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाये... राजस्थान के अंदर यह पहली घटना है।’’उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मांग करती है कि प्रदेश के अंदर इस प्रकार की दूसरी घटना घटित नहीं हो… तत्काल कार्रवाई की जाए और विद्यालय संचालकों के खिलाफ कार्रवाई हो तथा विद्यालय की मान्यता को रद्द किया जाए ताकि विद्यालयों के अंदर एक अनुशासन बना रहे।’’
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि घटना के खिलाफ पार्टी 16 अगस्त को राज्य भर के जिलाधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देगी।जालौर पुलिस ने आरोपी शिक्षक छैल सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जालौर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के निजी स्कूल के छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को अध्यापक ने पिटाई की थी। उसकी शनिवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में मौत हो गई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिये इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया जायेगा। उन्होंने शनिवार रात मुख्यमंत्री राहत कोष से बालक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने की भी घोषणा की।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक की मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है। आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या और एसी/एसटी अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है।’’उन्होंने कहा, ‘‘मामले की त्वरित जांच एवं दोषी को जल्द सजा के लिए इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया गया है। पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।’’
राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जालौर पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने कहा कि बालक को बुरी तरह पीटा गया था और पीटने का कारण पीने के पानी के बर्तन को छूना बताया गया। इसकी जांच होनी बाकी है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने अध्यापक छैल सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 और एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।’’दलित बालक के पिता ने आरोप लगाया कि अध्यापक की पिटाई से बालक के चेहरे और कान में चोटें आईं और वह लगभग बेहोश हो गया। घायल बालक को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे उदयपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
दलित बालक के पिता देवराम मेघवाल ने कहा, ‘‘वह लगभग एक सप्ताह तक उदयपुर के अस्पताल में भर्ती रहा, लेकिन कोई सुधार नहीं होने पर उसे अहमदाबाद ले गए। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उसने शनिवार को दम तोड़ दिया।’’
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