Header Ads Widget

Ticker

10/recent/ticker-posts

Pension News पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर भोपाल पहुंचे कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया

जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप के माध्यम से शेयर करना बिल्कुल ना भूलें


भोपाल :- राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल होने के बाद देशभर में पुरानी पेंशन बहाल करने की आवाज जोरों से उठ रही है केंद्रीय कर्मचारी भी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे हैं साथ में भारत के तमाम राज्य कर्मचारी भी पुरानी पेंशन बहाल करने की सरकार से मांग कर रहे हैं इसी दिशा में मध्य प्रदेश के कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल करने को लेकर भोपाल पहुंचे पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग करते हुए भोपाल पहुंचे कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया इन्हें रातीबड़ थाने में रखा जा रहा है यह कर्मचारी राजधानी में तुलसी नगर के अंबेडकर पार्क में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जुट रहे थे विरोध प्रदर्शन के लिए पुलिस से अनुमति नहीं ली थी जिसके कारण मध्य प्रदेश पुलिस ने इन्हें हटाने के लिए कहा जब यह हटने के लिए तैयार नहीं हुए तो मध्य प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

यह कर्मचारी संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली संगठन के बैनर तले जुटे थे इस संगठन के प्रमुख ने दो दिन पहले रविवार को भोपाल में जुटने का आह्वान किया था उन्होंने पुलिस से अनुमति भी मांगी थी लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस ने अनुमति देने से मना कर दिया था इसके बावजूद मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से कर्मचारी रविवार सुबह भोपाल के लिए निकल पड़े दोपहर तक इनके भोपाल पहुंचने का सिलसिला जारी रहा पुलिस को भनक लगते ही इन्हें जिले की सीमाओं के भारत रोकने का प्रयास किया गया खरगोन जिले से आजाद अध्यापक संघ के अध्यक्ष दिनेश पटेल के नेतृत्व में भोपाल आ रहे 500 अध्यापकों को सीहोर टोल नाके से आगे नहीं बढ़ने दिया इसी तरह मध्यप्रदेश के बैतूल खंडवा रायसेन सागर बुरहानपुर इंदौर ग्वालियर समेत अन्य जिलों से भोपाल पहुंचने वाले कर्मचारियों और अध्यापकों को रोका जा रहा है इन कर्मचारियों की मांग है जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ वह पंजाब पुरानी पेंशन दे सकता है तो मध्यप्रदेश पुरानी पेंशन क्यों नहीं दे सकता यदि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप के माध्यम से शेयर करना बिल्कुल ना भूलें

Post a Comment

0 Comments

|