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Eduction News राजस्थान में आठवीं बोर्ड परीक्षा में 32% से कम नंबर आने पर होंगे फेल देनी होगी पूरक

राजस्थान सरकार ने आठवीं बोर्ड परीक्षा को लेकर एक बड़ा फैसला किया है राजस्थान राज्य में कक्षा 8 की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को आगामी कक्षा में क्रमोन्नत नहीं करने का महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है छात्रों को इसके लिए पूरक परीक्षा देनी होगी।
राजस्थान के शिक्षा विभाग ने 16 अप्रैल से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए हैं जारी किए गए दिशा-निर्देशों से 2 साल से कोरोना के कारण परीक्षा देकर क्रमोन्नत होने वाले छात्रों को बड़ा झटका लगा है आठवीं बोर्ड परीक्षा 16 अप्रैल से शुरू होकर 27 अप्रैल तक चलेगी पहले इस परीक्षा में समय को लेकर शिक्षक विरोध कर रहे थे क्योंकि दोपहर में इस परीक्षा का आयोजन करवाया जा रहा था अब नियमों में बदलाव किया गया है शिक्षा विभाग से जारी ताजा आरर के अनुसार 32 परसेंट से कम नंबर लाने वाले छात्र को पूरक परीक्षा देनी होगी जबकि अध्यापकों का कहना है कि अब तक इस श्रेणी में आने वालों को क्रमोन्नत कर दिया जाता था हालांकि यह साफ नहीं है कि पूरक परीक्षा में भी अनुत्तीर्ण होने पर छात्र को आगे की कक्षा में भेजा जाएगा या नहीं भेजा जाएगा।


शिक्षा विभाग द्वारा जारी ताजा आदेश में यह है

यह आदेश जारी आदेश के पेज नंबर 6 के पॉइंट नंबर 7 में लिखा गया है कि निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2019 से 15 सितंबर 2020 के राजपत्र विशेषांक में वर्णित प्रावधानों के तहत वर्तमान में कक्षा 8 की परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थियों को आगामी कक्षा में क्रमोन्नत नहीं करने का निर्णय लिया गया है अतः कक्षा 8 में पूर्व में लागू ग्रेडिंग स्केल के नए नियम को ध्यान में रखकर है संशोधन किया जाता है इसमें 86 से 100 नंबर पर A ग्रेड मिलेगी 71 से 85 नंबर पर B ग्रेड मिलेगी 51 से 70 नंबर पर C ग्रेड और 33 से 50 नंबर आने तक D ग्रेड और 0 से 32 नंबर तक E ग्रेड दी जाएगी E ग्रेड प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आगामी कक्षा में क्रमोन्नत नहीं कर उनकी पूरक परीक्षा ली जाएगी एवं पूरक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर ही आगामी कक्षा में क्रमोन्नत किया जाएगा।

क्या बोले शिक्षा अधिकारी इस मुद्दे पर।
डूंगरपुर जिले के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी इंद्रा लट्ठा ने बताया कि इस वर्ष से कक्षा आठ की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थी भी कोरोना के चलते पिछले 2 वर्षों से लगातार क्रमोन्नत होते आ रहे हैं ऐसे में इन विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा किसी चुनौती से कम नहीं होगी इस वर्ष भी कोरोना के चलते सत्र देरी से प्रारंभ हुआ था इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं के सिलेबस में 30% कटौती भी की है अब आठवीं बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी होगी।
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